डॉन का इंटरनेट संस्करणImage copyrightDAWN NET ISSUE

पाकिस्तान के अख़बार डॉन के पत्रकार सिरिल अलमेडा ने उनके देश से बाहर जाने पर लगाई रोक पर कहा है कि वह इस ख़बर से दुखी और परेशान हैं.

उन्होंने कहा कि उनका कहीं जाने का कोई इरादा नहीं है.

ट्वीट्सImage copyrightCYRIL TWITTER

अलमेडा ने सोमवार को ट्वीट किया, “मुझसे कहा गया है और सूचित किया गया है और मुझे प्रमाण दिखाए गए हैं कि मैं एक्ज़िट कंट्रोल लिस्ट में हूं.”

अलमेडा का ये ट्वीट उन ख़बरों के बाद सामने आया जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तान सरकार ने अलमेडा को एक्ज़िट कंट्रोल लिस्ट में डाला है. एक्ज़िट कंट्रोल लिस्ट एक अध्यादेश के तहत सीमाओं को नियंत्रित करने की पाकिस्तान सरकार की एक व्यवस्था है, जिसके तहत इस लिस्ट में शामिल लोगों को देश से बाहर जाने से रोका जा सकता है.

ट्वीट्सImage copyrightCYRIL TWITTER

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने सेना के बारे में ‘मनगढ़ंत’ कहानी प्रकाशित करने के ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

डॉन ने छह अक्टूबर को पहले पन्ने पर एक ख़बर प्रकाशित की थी, जिसमें सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि सरकार ने सैन्य नेतृत्व को आतंकवाद के कथित समर्थन के कारण पाकिस्तान के अलग-थलग पड़ जाने की बात कही गई थी.

पीटीआई के अनुसार, इसके बाद पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल राहील शरीफ़ ने सोमवार को प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ से मुलाक़ात की. इस बैठक में वित्त मंत्री इशाक दार, गृह मंत्री निसार अली ख़ान और पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ भी मौजूद थे.

प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस बैठक में राष्ट्रहित से जुड़ी खबरों के बारे में अख़बारों में प्रकाशित ग़लत खबरों पर चर्चा हुई.

सिरिल अलमेडा ने मंगलवार को ट्वीट किया, “मेरा कहीं जाने का कोई इरादा नहीं है. ये मेरा घर है. पाकिस्तान.”

इससे पहले अलमेडा ने एक और ट्वीट किया था, “प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बार फिर डॉन की ख़बर को खारिज़ किया.”

ट्विटरImage copyrightTWEETS

अलमेडा के इस ट्वीट के बाद Cyril Almeida ट्रेंड करने लगा.

फ़राहनाज़ इस्पहानी ने ट्वीट किया, “सिरिल अलमेडा की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हूं. सरकार ने उन्हें एक्ज़िट कंट्रोल लिस्ट में डाला है.”

माइकल कुगलमैन ने ट्वीट किया, “आतंकवादियों और अपराधियों को एक्जि़ट कंट्रोल लिस्ट में डाला जाना चाहिए, न कि सम्मानित पत्रकारों को.”

मोहम्मद आशिक़ ख़ान ने ट्वीट किया, “अब आपको अपनी खबर का स्रोत बताना चाहिए.” –वीवीसी हिन्दी

यो खबर पढेर तपाईलाई कस्तो महसुस भयो ?
0
0
0
0
0
0
0

प्रतिक्रिया दिनुहोस् !

संबन्धित खबर

ताजा खबर


धेरै पढिएको