राजीव कुमार र भीमनगर र सुपौल
५००-१००० के नोट बंदी होने के बाद भीमनगर पंचायत के कई मजदूर तपके के लोग हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक जैसे सहारो में काम करने वाले लोगों को अब बैंक में पैसा जमा केरने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
जानकारी देते हुए भीमनगर पंचायत वार्ड ण्द्ध के विष्णुदेव सादा ने बताया कि हमारे गाँव से लगभग द्दण् से अधिक लोग मजदूरी करने के लिए एनजल फिड मिल डाहर गाँव गवाहना रोड हरियाणा पानी पथ में प्रत्येक वर्ष जाते हैं जिसमे हमारा भाई भी वहां काम कर रहा हैं। उन लोगो को मुर्गा के खाबे वाले चारे के दाने बनाने पड़ते हैं जिसके लिए उन्हें प्रत्येक माह ज्ञण् हजार से ज्ञद्द हजार रूपए दिए जाते हैं। लेकिन छण्ण्–ज्ञण्ण्ण् हजार के नोट बंद होने के बाद उनके समस्या और भी बढ़ गया हैं । जिसके कारण उन्हें अपने घर पैसा भेजने के लिए बैक में कतार तो लग जाते हैं जब वे बैक के कोटर पर पहुंचे हैं तो उन्हें पता चलता हैं कि क्या उनका उस बैक में खाता हैं।अगर खता नहीं हैं तो उनका पैसा नहीं जमा हो पायेगा। अब ऐसे में वे लोग कैसे अपने घर पैसा भेज पायेंगे। वहां से घर आने के लिए पहले तो उन्हें काम छोड़ना पड़ेगा दूसरा बात हैं कि साथ में छण् से टण् हजार रूपए ला भी नहीं सकते ऐसे स्थिति में वे सब क्या करे समझ नहीं आता हैं उन्हें।
वही बोकू सिंह ने बताया कि मेरा भी पुत्र हरियाणा के राइस मिल में मजदूरी करता है जो इसी माह घर में पैसा भेजने वाला था, लेकिन क्या रे उसे भी अब संजग नहीं आता इस पुराने छण्ण्(ज्ञण्ण्ण् हजार के नोटबंदी में उसके पास वहां का कोई बैंक का खाता नहीं हैं । जिसके कारण पैसा भी नहीं भे पा रहा हैं। अब हमारे जैसा मजदुर तबके के लोगों के पास मजदूरी किया हुआ पैसा रहकर भी किसी काम का नहीं ।

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