
पटना [जेएनएन]। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हाजीपुर के अंबेडकर हॉस्टल में सेक्स रैकेट चलता है। वे हाल ही में गर्ल्स हॉस्टल में एक दलित लड़की की संदिग्ध मौत पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उनके अनुसार पुलिस इस मामले को दबा रही है।
विदित हो कि बिहार के हाजीपुर के दिग्घी मजीराबाद स्थित राजकीय आंबेडकर स्कूल के गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही 10वीं की एक छात्रा की संदिग्ध हालत में मौत के बाद वहां नेताओं का जाना व विवादित बयानों का सिलसिला चल पड़ा है।
घटना को लेकर अन्य नेताओं ने भी दिए आपत्तिजनक बयान
मांझी के पहले रालोसपा के विधायक ललन पासवान यहां छात्राओं से मिलने के दौरान रेप को लेकर आपत्तिजनक सवाल कर विवादों में आ चुके हैं। भाजपा के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने भी आपत्तिजनक बयान दिया है।
पटना [जेएनएन]।रालोसपा विधायक ललन पासवान ने वैशाली के एससीएसटी छात्रावास में छात्रा से कथित दुष्कर्म के बाद हत्या को लेकर विवादित बयान दिया था। उसके बाद अबबिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने भी इस मामले में विवादास्पद बयान दिया है। प्रेम कुमार ने कहा कि लड़कियों के स्कूल-कॉलेज और हॉस्टल में पुरुष कर्मचारी रहेंगे तो रेप की वारदात होना स्वाभाविक है।
तनराम मांझी के दिए कुछ विवादित बयान
बात मांझी की हो रही तो बता दें कि यह पहला अवसर नहीं, जब उन्होंने विवादित बयान दिया है। आइए नजर डालते हैं उनके पहले दिए कुछ विवादित बयानों पर…
– 90 फीसदी पुरुष पराई महिलाओं के साथ घूमते हैं।
– चुनाव नहीं लड़ने वाले नेताओं की स्थिति उन बांझ महिलाओं के समान है जो प्रसव पीड़ा नहीं जान पातीं।
– कोई दलित दिनभर काम करके घर लौटता है और रात में खाना खाने के बाद थोड़ी शराब पी लेता है तो मैं इसे गलत नहीं मानता हूं।
– बच्चों की पढ़ाई के लिए अगर व्यवसायी कालाबाजारी करते हैं तो इसमें कोई गलत बात नहीं है। दो-चार हजार करोड़ की कालाबाजारी करने वालों पर सख्ती कजरूरत है।
– अगर दलितों को राजनीतिक ताकत बनना है तो उन्हें जनसंख्या भी बढ़ानी होगी। हमें अपनी जनसंख्या को 16 से बढ़ाकर 22 फीसदी करनी पड़ेगी।
जीतनराम मांझी ने कहा, मैंने भी पी है ताड़ी, इसपर प्रतिबंध गलत
– मैं एक अवसर पर मांझी ने यह भी कहा था कि वे खुद कभी चूहा मारकर खाते थे। इसमें कुछ अजीब नहीं है और आज भी अगर उन्हें चूहा खाने को मिल जाए तो उन्हें इससे परहेज नहीं है।
– इसके अलावा मांझी ने एक बार चिकित्सकों के हाथ काट देने की चेतावनी भी दे डाली थी।
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