नई दिल्ली: धाविका दुती चंद को विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेने की पुष्टि मिल गयी क्योंकि अंतरराष्ट्रीय खेलों की शीर्ष पंचाट ने अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति को दो महीने के लिए निलंबित कर दिया है जिसने उन्हें टूर्नामेंट में भाग लेने से रोक दिया था।

इक्कीस वर्षीय दुती प्रवेश के मूल मानक 11.26 सेकेंड के चूक गई थीं, उन्हें एथलेटिक्स महासंघ की अंतरराष्ट्रीय संघ (आईएएएफ) से आमंत्रण मिला है क्योंकि महिलाओं की 100 मी स्पर्धा के लिए 56 एथलीटों की सूची अभी लंदन में 4 से 13 अगस्त को होने वाली चैम्पियनशिप के लिए नहीं पहुंची है।  दुती का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11.30 सेकेंड रहा है जो उन्होंने 15 मई को नई दिल्ली में इंडियन ग्रां प्री के दौरान हासिल किया था, उन्होंने अब विश्व चैम्पियनशिप के लिए “कोटा प्रवेश” हासिल किया। उनके इस समय से उनकी मौजूदा रैंकिंग 103 है।  आईएएएफ ने कल यह निमंत्रण भारतीय एथलेटिक्स महासंघ को भेजा और उन्हें “हां या ना” में जवाब देने केा कहा कि वे इस पेशकश को स्वीकार करते हैं या नहीं। एएफआई ने दुती की सहमति लेकर समय के अंदर जवाब दे दिया।

दुती के पास पहले ही ब्रिटेन का वीजा है। दुती के कोच नागपुरी रमेश ने पीटीआई से कहा कि हां, दुती विश्व चैम्पियनशिप में भाग ले रही हैं। एएफआई ने आईएएएफ के निमंत्रण को हां कह दिया है। वह इस पेशकश को क्यों ठुकराएगी। वह तैयार है और खुश है कि इतने बड़े टूर्नामेंट का हिस्सा बन सकेगी।

दुती के “लिंग संबंधित मामले” में स्विट्जरलैंड के लुसाने स्थित खेल पंचाट ने आईएएएफ की “हाइपरएंड्रोजेनिज्म” नीति को निलंबित कर दिया जिसके अतंर्गत एएफआई ने दुती को 2014 में टूर्नामेंट में भाग लेने पर रोक लगा दी थी। विश्व की शीर्ष खेल पंचाट ने आज कहा कि दुती राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिये योग्य हैं।

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