पंकज कुमार झा
जहाँ एक तरफ वर्तमान सरकारने मधेशी मोर्चाद्वारा किये गये मांगोको पुरा करनेकी प्रतिवद्धता जताते हुए मोर्चाके समर्थन पर सरकार बनायी वही सरकारके रवैयोंको देखकर नेपालके सप्तरी जिलाके मधेशी मोर्चाके कार्यकर्ताओने आज डा. सि.के. राउतसे मुलाकात की ।
मधेशी मोर्चा नेतृत्वमे रहे लोगो ने न केवल डा. राउत से मुलाकात की बल्की मधेशी मोर्चा के आन्दोलन, सरकार के प्रतिबद्धता और वर्तमान राजनैतिक अवस्थाओं के सम्बन्ध मे बातचित भि की ।
ज्ञात हो, मधेश अलग देश होने की बात पुष्टि करते हुवे ‘मधेश’ देश बनाने की वकालत करते आ रहे डा. राउत नेपाल सरकार की आँख की मैल बनी हुयी है ।
यहाँ पर बता दे की मधेशवादी दलोंकें मोर्चा मधेशी मोर्चा से वर्तमान सरकार ने सम्झौता करते हुवे मधेशी मोर्चा के समर्थन के बल पर सत्ता मे पहुँचा ।
सरकार ने मधेशवादी दलों का कुछ मांगे भी पुरी की । लेकिन, मोर्चा के प्रमुख मांगों को पूरा करने हेतु सरकार को सदन मे दो तिहाई वहुमत के साथ संविधान संशोधन विधयेक पारीत करनी है ।
सरकार ने दशहरे से पहले संशोधन प्रस्ताव सदन मे ले जाने की बात की थी जो नही हुआ । फिलहाल मधेशी मोर्चा सहित अन्य दलोके सहारे बनायी गयी सरकार फीर से दिपावली से पहले संशोधन प्रस्ताव सदनमे ले जाने की बात कर रही है ।
मधेशी मोर्चाके प्रमुख मांगे संविधानमे लिखित रुपसे सामिल होने से तो फिलहाल रही, लेकीन सरकार द्धारा गठीत आयोगोने स्थानिय पूर्नसंरचना इसकदर कर दी जो मोर्चाको गँवारा नही । उपरसे सरकारद्धारा स्थानिय निर्वाचन समयपर होने की ऐलान करने पर मोर्चा फिरसे संदेहमे आ गयी । और फिर से बेवकुफ बननेकी आशंका जताते हुए किसी भि हालतमे चुनाव स्वीकार्य नही होनेकी बाते करने लगी ।
राणा शासनकालके विरोधमे हो , या फिर शाही शासनकालके विरोधमे नेपालके सप्तरी जिला अधिकार पाप्तीके आन्दोलनोमे सदैव अग्रणी भुमिकामे रहते आनेकी कारण से सरकारके रबैयाको देखते हुवे आत्मनिर्णयके अधिकार सहितके मधेश राज्योका मागकरते हुवे आन्दोलीत मोर्चाके कार्यक्रताओने अलग मधेश देशके वकालत करनेवाला डा राउत से सलाह मश्वरा किया । स्रोतके मुताविक डा. राउतने मोर्चाको कार्यक्रताओको गांधीके युगके आन्दोलन और आजके युगके अधिकार प्राप्तीके आन्दोलनके अन्तर सम्बन्धमे विष्लेषण की । ज्ञात हो डा . सिके राउत अमेरिकामे नाशाके बैज्ञानिक रहते हुवे भी उन्होने अमेरिका छोड जन्मभुमि नेपालमे मधेश स्वराजके माग करते हुवे राज्यके प्रताडनाके बावजुद बर्षौसे यहाँपर जुझ रहे है ।
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