
श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन लंच के बाद भारतीय टीम की पहली पारी 133.1 ओवर में 600 रन पर ऑलआउट हुई। भारतीय टीम ने पहली पारी में गॉल स्टेडियम में बनाए सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। इससे पहले 2010 में वेस्टइंडीज ने गॉल में श्रीलंका के खिलाफ अपनी पारी 9 विकेट पर 580 रन बनाकर घोषित की थी, जो रिकॉर्ड था।
हार्दिक पांड्या आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे, जिन्होंने अपने टेस्ट करियर का डेब्यू अर्धशतक जमाया। पांड्या ने 49 गेंदों में 5 चौको और तीन छक्कों की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने हेराथ द्वारा किए पारी के 133वें ओवर की पहली गेंद पर लांग ऑफ की दिशा में शॉट खेलकर एक रन लिया और अपनी फिफ्टी पूरी की। हार्दिक पांड्या आठवें क्रम पर बल्लेबाजी करने आने के बाद फिफ्टी जमाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले डी शोधन, डी फाडकर और सी गोपीनाथ ऐसा कर चुके हैं। हार्दिक ने एक पारी में तीन छक्के लगाए। वो डेब्यू पारी में दो से अधिक छक्के लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने।
टीम इंडिया ने गॉल स्टेडियम पर दूसरे दिन अपनी पारी 399/3 से आगे बढ़ाई। मगर उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। चेतेश्वर पुजारा (153) और रहाणे (57) ने स्कोर को जल्द ही 400 पार लगाया, लेकिन फिर प्रदीप ने पुजारा को विकेटकीपर डिकवेला के हाथों की शोभा बनाया। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 265 गेंदों में 13 चौको की मदद से 153 रन बनाए।
इसके बाद रहाणे ने अपने टेस्ट करियर का 12वां अर्धशतक जमाया। उन्होंने रंगना हेराथ द्वारा किए पारी के 97वें ओवर की तीसरी गेंद पर स्ट्रैट ड्राइव लगाकर चौका जमाया और फिफ्टी पूरी की। रहाणे ने अपनी सजीली अर्धशतकीय पारी में तीन बार गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा। अर्धशतक पूरा करने के बाद रहाणे भी पवेलियन लौट गए। उन्होंने लहिरू कुमार की गेंद पर ड्राइव लगाने की कोशिश की, लेकिन गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप में मौजूद करुनारात्ने के हाथों में गई। करुनारात्ने ने दाएं साइड डाइव लगाकर रहाणे का अच्छा कैच लपका।
इसके बाद रविचंद्रन अश्विन (47) और ऋद्धिमान साहा (16) ने छठे विकेट के लिए 59 रन की साझेदारी की और टीम को 500 रन के आंकड़े के करीब पहुंचाया। अश्विन ने अपनी पारी में कुछ दर्शनीय शॉट खेले। उन्होंने 60 गेंदों में 7 चौको की मदद से 47 रन बनाए। श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुवान प्रदीप ने बाउंसर पर अश्विन का कैच विकेटकीपर डिकवेला के हाथों कराया और अपना पांचवा शिकार पूरा किया।
इससे पहले हेराथ ने साहा को मिडऑन पर परेरा के हाथों की शोभा बनाया था। रविंद्र जडेजा (15) को प्रदीप ने अपना छठा शिकार बनाया। उन्होंने यॉर्क गेंद डालकर बाएं हाथ के बल्लेबाज को क्लीन बोल्ड किया।
इसके बाद पांड्या ने मोहम्मद शमी (30) के साथ मिलकर 9वें विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की। पांड्या-शमी की जोड़ी ने 7 ओवर के अंतराल में 6 छक्के जड़े। शमी को कुमार ने अपना दूसरा शिकार बनाया। फिर उन्होंने पांड्या को दीप मिडविकेट पर डी सिल्वा के हाथों की शोभा बनाकर टीम इंडिया की पारी का अंत किया।